दुनिया में प्यार का एहसास सबसे खूबसूरत होता है. ऐसा नहीं है प्यार हमें सिर्फ अपने प्रेमी से होता है माता-पिता, भाई- बहन और दोस्तों के लिए जो हमारे एहसास होते है वो भी प्यार ही है. जब हम किसी अनजान में अपना जीवनसाथी को देखते है उसे अपने से ज्यादा चाहने लगते है वो भी प्यार है. आज हम आपके लिए ऐसे ही दिल छूने वाली love story in hindi लेकर आये है जो आपको पसंद आएगी.
Love Story in Hindi
ये कहानी है एक लड़की की जो सवभाव से वबहुत ही चंचल और खुश मिज़ाज़ थी. यही वजह थी की वो हमेशा अपने दोस्तों से घिरी रहती थी. प्यार-व्यार में उसका कोई इंटरेस्ट नहीं था. स्कूल से सोल्लगे तक के सफर में उसने कभी किसी को अपनी ज़िन्दगी में नहीं आने दिया.
उस लड़की को कभी अंदाज़ा भी नहीं था की कोई उसकी लाइफ में जीने की वजह बन जायगा. वो लड़का सोल्लगे में उसका क्लासमेट था जिसकी वजह से उसे थोड़ी बात हो जाती थी. लड़की को ये मालूम नहीं था की वो लड़का उस के लिए पागल है. एक इन क्लास में किसी को ना पाकर लड़के ने बहुत प्यार से लड़की का हाथ अपने हाथो में माँगा. लड़की हैरान हुई पर उसे लड़के पर विश्वास था इसलिए उसने अपना हाथ लड़के के हाथ में दे दिया.और मुझसे वह उसने प्रोपोज़ किया है.उसकी आँखों में सच्चाई थी इसलिए मैं भी मना नहीं कर पाई.
अब हम एक-दूसरे से ज्यादा मिलने लगा, ज्यादा समय एक-दूसरे के साथ बिताने लगे. उसने मुझे से फ़ोन पर बात करने की इज़ाज़त मांगी ओर मैंने हां कर दी. उसे बात करना मुझे अच्छा लगने लगा ओर मैं उसके फ़ोन आने का बेसब्री से इंतज़ार करने लगी.मेरा दिल अब उसका साथ चाहने लगा था. मेरे दिल में क्या चल रहा था मुझे समझ नहीं आ रहा था में उसकी तरफ खींची चली जा रही थी. उसकी बातें शेयर करना मुझे अच्छा लगने लगा था.
वो मुझे बहुत चाहता था मेरी कमियां भी उसे मेरी खूबियां लगती थी. अब अक्सर हम सोल्लगे बंक करने लगे.वक्त बदला ओर में २२ साल की हो गयी. मेरे पिता ने मेरा रिश्ता किसी ओर के साथ तय कर दिया. अब मुझे उसको या मेरे परिवार में से किसी एक को चुनना था. मेरा हाल बेहाल था लेकिन वो मुझसे ज्यादा बेहाल था. मेरा साथ पाने के लिए वो किसी हद तक भी जाने को तैयार था पर मैं घर से नहीं भाग सकती थी. मुझे पता था की अगर मैंने ऐसा किया तो मेरे घरवालों का जीना मुश्किल हो जाएगा.
ना मैं उसके बिना रह सकती थी ना ही घरवालों को दुखी देख सकती थी. अंत में मैंने आत्महत्या का फैसला लिया. ये फैसला लेना मेरे लिए बहुत मुश्किल था. ज़हर की बोतल मेरे हाथ में थी. कांपते हाथो से मैंने ज़हर को पीना छह इतने में एक हाथ तेज़ी से आया ओर शीशी को झटके से मुझसे दूर फैक दिया गया. ये सब करने वाले कोई ओर नहीं मेरे पापा थे जिनकी मैं लाड़ली थी. उन से लिपट कर में रो पड़ी. उन्होंने मुझसे ऐसा करने के पीछे कारण पूछा. मैंने बताया की मैं किसी और को चाहती हूँ ओर उसके बिना नहीं रह सकती हूँ.
मेरी खातिर पापा ने उसे बुलाया ओर उसके परिवार से हमारे रिश्ते की बात करी.हमारे रिश्ते के लिए सब राज़ी हो गए. जो डेट मेरी शादी के लिए तय हुई थी ठीक उसी दिन मेरी शादी हुई, पर उसे जिसे मैंने दिल से चाहा ओर आज हम हैप्पिली अपनी ज़िन्दगी जी रहे है.
सच्चे प्यार की कहानियाँ – Love story in hindi ये ऐसी हैकहानियाँ जो आपकी रूह को छू लेगी. सच्चे प्यार की हमेशा जीत होती है उस बात को सही साबित करती है